लेखक: NowOrNever News Team | सुरक्षा विश्लेषण | 7 जून 2025
6 मई 2025 को जब भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई की, उसी दौरान एक खतरनाक और चौंका देने वाली घटना हुई — पाकिस्तान से दागी गई एक मिसाइल हरियाणा के सिरसा जिले में आकर गिरी।
मिसाइल को भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने इंटरसेप्ट कर लिया, लेकिन सवाल अब भी हवा में तैर रहा है —
जब मिसाइल सिरसा तक आ सकती है, तो क्या दिल्ली तक नहीं पहुंच सकती थी?
और अगर ऐसा है, तो क्या ये भारत की सुरक्षा प्रणाली में कोई चूक थी?
📍 सिरसा और दिल्ली — महज़ 250 किमी की दूरी
हरियाणा का सिरसा जिला, भारत-पाकिस्तान सीमा से करीब 100–120 किमी की दूरी पर है।
लेकिन दिल्ली, देश की राजधानी — सिरसा से केवल 250–270 किमी दूर है।
👉 अगर मिसाइल कुछ सेकंड और चलती, तो वो दिल्ली तक पहुँच सकती थी।
🛡️ क्या यह सुरक्षा में सेंध थी?
इसका उत्तर उतना आसान नहीं है, जितना दिखता है।
भारतीय सुरक्षा बलों और वायु रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार:
- मिसाइल को जानबूझकर सिरसा जैसे कम घनत्व वाले क्षेत्र में इंटरसेप्ट किया गया — ताकि मलबा शहरी क्षेत्रों पर न गिरे।
- भारतीय वायु रक्षा प्रणाली (जैसे S-400 और Akash) को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि वह पहली परत में ही खतरे को निष्क्रिय कर दे।
- मिसाइल ट्रैकिंग सिस्टम यह तय करता है कि इंटरसेप्ट कहां करना रणनीतिक रूप से सुरक्षित होगा।
🧠 लेकिन जनता का सवाल है: “मिसाइल भारतीय जमीन तक कैसे पहुँची?”
यह सवाल एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से बेहद अहम है।
- भले ही मिसाइल को हवा में निष्क्रिय कर दिया गया हो, लेकिन उसका भारत के भीतर गिरना जनता के विश्वास को झकझोरता है।
- यही कारण है कि इस घटना को सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक “साइकोलॉजिकल टेस्ट” भी माना जा रहा है।
🇮🇳 सरकार की रणनीतिक प्रतिक्रिया
भारत सरकार और वायुसेना ने इस घटना के बाद दो मोर्चों पर कार्रवाई की:
- राजनयिक स्तर पर पाकिस्तान को चेतावनी दी गई।
- BMD (Ballistic Missile Defence) Phase-II को तेज़ी से लागू किया जा रहा है — ताकि दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों के चारों ओर मल्टी-लेयर सुरक्षा कवच बनाया जा सके।
🧾 विशेषज्ञों का कहना है:
पूर्व एयर वाइस मार्शल पी. बनर्जी:
“यह चूक नहीं, रणनीतिक सफलता थी। अगर मिसाइल को दिल्ली के पास रोका जाता तो खतरा और बड़ा हो सकता था।”
राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. रचना सिंह:
“जनता का सवाल जायज़ है — इसलिए जरूरी है कि सरकार सैन्य गोपनीयता और सार्वजनिक भरोसे के बीच संतुलन बनाए।”
🔚 निष्कर्ष: मिसाइल भले गिरी हो, पर भारत झुका नहीं
सिरसा की घटना एक चेतावनी है — कि युद्ध अब सिर्फ सीमा पर नहीं, नागरिक मानस पर भी लड़ा जाता है।
भारत की सुरक्षा प्रणाली ने साबित किया कि वो सजग है — लेकिन अब समय है कि हमारी जागरूकता, तकनीक और रणनीति — तीनों स्तर पर अपग्रेड हो।
📌 NowOrNever News
“जहाँ सवाल उगते हैं, वहाँ सुरक्षा की नींव और गहरी रखी जाती है।”
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